जौहर स्थल (चित्तौड़गढ़)
India /
Rajasthan /
Chittaurgarh /
चित्तौड़गढ़
World
/ India
/ Rajasthan
/ Chittaurgarh
जगत / भारत / राजस्थान / Chittaurgarh
funeral home (en), रोचक / दिलचस्प जगह
जौहर पुराने समय में भारत में राजपूत स्त्रियों द्वारा की जाने वाली क्रिया थी। जब युद्ध में हार निश्चित हो जाती थी तो पुरुष मृत्युपर्यन्त युद्ध हेतु तैयार होकर वीरगति प्राप्त करने निकल जाते थे तथा स्त्रियाँ जौहर ले लेती थीं। जौहर लेने का कारण युद्ध में हार होने पर शत्रु राजा द्वारा हरण किये जाने का भय होता था।
जौहर क्रिया में राजपूत स्त्रियाँ किले को आग लगाकर उसमें स्वयं का बलिदान कर देती थी। जौहर क्रिया की सबसे अधिक घटनायें भारत पर मुगल आदि बाहरी आक्रमणकारियों के समय हुयी। ये मुस्लिम आक्रमणकारी हमला कर हराने के पश्चात स्त्रियों को लूट कर उनका शीलभंग करते थे। इसलिये स्त्रियाँ हार निश्चित होने पर जौहर ले लेती थी। इतिहास में जौहर के अनेक उदाहरण मिलते हैं।
जौहर क्रिया में राजपूत स्त्रियाँ किले को आग लगाकर उसमें स्वयं का बलिदान कर देती थी। जौहर क्रिया की सबसे अधिक घटनायें भारत पर मुगल आदि बाहरी आक्रमणकारियों के समय हुयी। ये मुस्लिम आक्रमणकारी हमला कर हराने के पश्चात स्त्रियों को लूट कर उनका शीलभंग करते थे। इसलिये स्त्रियाँ हार निश्चित होने पर जौहर ले लेती थी। इतिहास में जौहर के अनेक उदाहरण मिलते हैं।
आसपास के शहर:
ध्रुवीय निर्देशांक: 24°53'15"N 74°38'39"E
- चित्तोड्गढ़ दुर्ग 2 कि.मी.
- brahamni sangam with chambal 63 कि.मी.
- श्री नाथद्वारा 85 कि.मी.
- उदयपुर 104 कि.मी.
- श्री चारभुजा जी (गढ़बोर) 105 कि.मी.
- कोट 113 कि.मी.
- देसुरी 119 कि.मी.
- जसवंत गढ़ 120 कि.मी.
- मोहरा कलां 150 कि.मी.
- विद्याधर नगर 258 कि.मी.
- चौहान पार्क 0.1 कि.मी.
- गौमुख कुण्ड 0.1 कि.मी.
- Mira Bai Temple 0.3 कि.मी.
- कुम्भा महल 0.4 कि.मी.
- "श्री सात बीस देवरी" श्री श्वेतांबर जैन मंदिर 0.4 कि.मी.
- नगीना बाजार खंडहर 0.5 कि.मी.
- श्री नीलकंठ महादेव मंदिर 0.6 कि.मी.
- फतेह प्रकाश पैलेस 0.6 कि.मी.
- गवर्नमेंट हायर सेकेंडरी स्कूल 0.7 कि.मी.
- रत्नेश्वर तालाब 1.4 कि.मी.